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केंद्र सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण दे रही है बढ़ावा

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     नई दिल्ली, 2 दिसम्बर 2024: इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत, पेट्रोल के साथ इथेनॉल का मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2018-19 में 188.6 करोड़ लीटर से बढ़कर इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में 700 करोड़ लीटर से अधिक हो गया है।

     मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2018-19 में 5 प्रतिशत से बढ़कर मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में लगभग 14.6 प्रतिशत हुई। 

     यह जानकारी पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दी।

     केंद्र सरकार ने कहा इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के अंतर्गत पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण को सरकार बढ़ावा दे रही है।

     इस कार्यक्रम के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियाँ (ओएमसी) पेट्रोल में इथेनॉल मिलाकर बेचती हैं। इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत, पेट्रोल के साथ इथेनॉल का मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2018-19 में 188.6 करोड़ लीटर से बढ़कर इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में 700 करोड़ लीटर से अधिक हो गया। वहीं मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2018-19 में 5 प्रतिशत से बढ़कर मिश्रण इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 में लगभग 14.6 प्रतिशत हुई। 

     वर्ष 2019 से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचने वाले रिटेल आउटलेट की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। वर्ष 2019 में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों के 43168 रिटेल आउटलेट से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचा गया था, जो वर्ष 2024 में बढ़कर देश भर के सभी रिटेल आउटलेट  तक पहुंच गया।

    इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत, इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2018-19 से इथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 तक अनुमानित विदेशी मुद्रा बचत निम्नानुसार है:

इथेनॉल आपूर्ति वर्षअनुमानित बची हुई विदेशी मुद्रा (करोड़ रुपए में)
2018-195500
2019-203500
2020-2110100
2021-2222500
2022-2324300
2023-24 (30.09.2024 तक)28400

स्रोत: पेट्रोलियम योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी)

      पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने कई उपाय किए हैं जिनमें इथेनॉल के उत्पादन के लिए फीडस्टॉक का विस्तार, इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत गन्ना आधारित इथेनॉल की खरीद के लिए प्रशासित मूल्य तंत्र, गुड़ के साथ-साथ अनाज से इथेनॉल उत्पादन के लिए इथेनॉल ब्याज अनुदान योजनाएं (ईआईएसएस) और अनाज आधारित समर्पित इथेनॉल संयंत्र (डीईपी) आदि के साथ सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियाँ द्वारा दीर्घकालिक उठाव समझौते (एलटीओए) शामिल हैं।

     पिछले तीन वर्षों के दौरान, 30.09.2024 तक, इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम ने किसानों को लगभग 57552 करोड़ रुपये का शीघ्र भुगतान, 75,000 करोड़ रुपये से अधिक विदेशी मुद्रा की अनुमानित बचत, लगभग 110 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल का प्रतिस्थापन और लगभग 332 लाख मीट्रिक टन शुद्ध कार्बन में कमी लाने में मदद की।

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