रायपुर, 26 मार्च 2025: एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके कम से कम चार करीबी आईपीएस अधिकारियों और शीर्ष कांग्रेस नेता के अन्य करीबी विश्वासपात्रों के कई ठिकानों पर छापेमारी की।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने आज महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा मामले से संबंधित मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास और भिलाई स्थित आवास पर छापेमारी की।
सीबीआई के अधिकारियों ने आज बघेल के कुछ करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की, जो उनके मुख्यमंत्री रहते हुए इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप है।
रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग के पूर्व एसपी समेत कुछ शीर्ष पुलिस अधिकारी भी आज की कार्रवाई के चपेट में आए हैं। सीबीआई रायपुर में एडिशनल एसपी रैंक के एक अधिकारी के ठिकानों पर भी पहुंची और दरवाजा बंद होने के कारण केंद्रीय एजेंसी ने ताले सील कर दिए।

हालांकि सीबीआई ने अभी तक इस बारे में कोई विज्ञप्ति जारी नहीं की है कि उन्होंने किसके परिसरों पर छापेमारी की है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि सीबीआई ने पूर्व राज्य खुफिया प्रमुख आनंद छाबड़ा, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल और अभिषेक पल्लव के परिसरों पर छापेमारी की है।
केंद्रीय एजेंसी ने कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर भी छापेमारी की, जो पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी विश्वासपात्र हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वर्तमान में काँग्रेस के महासचिव हैं साथ ही पंजाब के प्रभारी भी हैं और सीबीआई की छापेमारी महादेव ऑनलाइन जुआ (सट्टा) मामले से संबंधित बताई जा रही है।
सूत्रों ने दावा किया है कि सीबीआई की दो दर्जन से अधिक टीमों ने छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर छापेमारी की है और पूछताछ जारी है। आज सीबीआई की छापेमारी का सामना करने वाले कई लोग प्रवर्तन निदेशालय के जाल में भी रहे हैं और ईडी ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के भिलाई स्थित घर पर भी छापेमारी की थी।
10 मार्च, 2025 को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शराब घोटाले में उनके बेटे की कथित संलिप्तता के लिए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर सुबह-सुबह छापेमारी की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की कथित संलिप्तता के लिए छत्तीसगढ़ के कई स्थानों पर छापेमारी की है।
2023 के विधानसभा चुनाव में बघेल सत्ता से बाहर हो गए और पिता-पुत्र दोनों अपने भिलाई स्थित घर में रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी के अधिकारियों ने चैतन्य के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी।
सूत्रों ने दावा किया कि कड़ी सुरक्षा के साथ अधिकारियों की एक टीम सुबह-सुबह बघेल के भिलाई स्थित घर पहुंची और अपनी जांच शुरू की। एजेंसी ने अभी तक इस मामले पर कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की है।
शराब घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए कई शीर्ष नौकरशाह और भूपेश बघेल कैबिनेट में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा फिलहाल जेल में हैं और मुकदमे की सुनवाई पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं।