फर्जी धान खरीदी प्रकरणों पर कार्यवाही
बालोद, 20 नवंबर 2024: छत्तीसगढ़ सरकार ने विशेष कदम उठाते हुए कोचिया या व्यापारी किसान के शेष रकबे के नाम पर धान का विक्रय ना कर सके इसके लिए जो किसान अपना संपूर्ण धान विक्रय कर लिए है, उनसे सहमति उपरांत उनके शेष धान के रकबे का रकबा समर्पण की कार्यवाही करते हुए उनका शेष रकबे को लॉक कर रहा है।
प्रदेश भर में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु गत् वर्ष की भांति सभी उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी सुचारू रूप से की जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार सभी खरीदी केन्द्रों का सतत् निरीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया की जो किसान अपना संपूर्ण धान विक्रय कर लिए है। उनसे सहमति उपरांत उनके शेष धान के रकबे का रकबा समर्पण की कार्यवाही करते हुए उनका शेष रकबे को लॉक किया जा रहा है। जिससे की कोई भी कोचिया या व्यापारी उनके शेष रकबे पर अपना धान का विक्रय ना कर सके।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजस्व, खाद्य, मंडी एवं सहकारिता विभाग का संयुक्त जांच दल गठन किया गया है, जो कोचिया एवं व्यापारियों के प्रतिष्ठानो में जांच कर रहे है।
अधिकारियों ने अपने पजीकृत रकबे में संपूर्ण धान का विक्रय करने वाले किसानों से अनुरोध किया है कि वे अपने द्वारा उत्पादित धान का विक्रय समर्थन मूल्य पर करने के उपरांत यदि कुछ रकबा शेष बच रहा है, उसे समर्पण करते हुए शेष रकबे को लॉक करवा ले जिससे उनके शेष रकबे पर फर्जी खरीदी या कोई भी कोचिया या व्यापारी अपना धान विक्रय न कर सके।